ब्रह्मोस एयरोस्पेस को नौसेना से मिला 2.5 अरब डॉलर का ऑर्डर
Posted 407 days ago
Wed, Mar 15 2023
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ब्रह्मोस एयरोस्पेस को नौसेना से मिला 2.5 अरब डॉलर का ऑर्डर
भारतीय नौसेना के बेड़े में 200 से अधिक ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को शामिल किया जाएगा। सरकार रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत पर जोर दे रही है। इसी के तहत ब्रह्मोस एयरोस्पेस को 2.5 अरब डालर के आर्डर देने की तैयारी है। सभी प्रमुख युद्धपोतों को ब्रह्मोस से लैस किया जाएगा। इससे समुद्र में भारतीय नौसेना की ताकत और बढ़ेगी। वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों ने बताया, 200 से अधिक ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों को हासिल करने का नौसेना का प्रस्ताव आखिरी चरण में है।
रक्षा मंत्रालय से प्रस्ताव को जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है। नौसेना ने हाल ही में ब्रह्मोस मिसाइल के युद्धपोत संस्करण का अरब सागर में सफल परीक्षण किया था। विध्वसंक युद्धपोत 'कोलकाता' से छोड़ी गई इस मिसाइल में स्वदेशी 'सीकर एंड बूस्टर' लगा है। स्वदेशी 'सीकर एंड बूस्टर' को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने विकसित किया है। सफल परीक्षण के बाद भारत और रूस के संयुक्त उपक्रम ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड अब ब्रह्मोस मिसाइलों को स्वदेशी 'सीकर एंड बूस्टर' से लैस करेगी।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड ऐसी सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का उत्पादन करती है जिन्हें पनडुब्बी, युद्धपोतों, युद्धक विमानों या फिर जमीन से लांच किया जा सकता है। ब्रह्मोस मिसाइल की रफ्तार 2.8 मैक है जो ध्वनि की रफ्तार से लगभग तीन गुना है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने मिसाइल की मारक क्षमता को 290 किमी से बढ़ाकर 400 किमी कर दिया है।
भारतीय उद्योग और निर्माताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए इसकी कई प्रणालियों को उन्नत और स्वदेशी बनाया जा रहा है। भारत ब्रह्मोस मिसाइलों का निर्यात भी कर रहा है। पिछले वर्ष जून में भारत ने फिलीपींस के साथ इन मिसाइलों की आपूर्ति का 37.5 करोड़ अमेरिकी डालर का सौदा किया था। अतुल राणे की अध्यक्षता वाली ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा निर्धारित पांच अरब अमरीकी डालर के निर्यात लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में काम कर रही है।
content source - jagran
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